शिमला ग्रामीण में विकास नहीं, सिर्फ़ प्रचार में व्यस्त हैं मंत्री विक्रमादित्य सिंह : रवि मेहता

शिमला। प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री और शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह पर भाजपा प्रत्याशी रवि मेहता ने जोरदार हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मंत्री बनने के बाद विक्रमादित्य सिंह ने अपने ही विधानसभा क्षेत्र की पूरी तरह अनदेखी की है।
मीडिया को जारी एक बयान में रवि मेहता ने कहा कि मंत्रीजी ने न तो कोई नया विकास कार्य शुरू किया और न ही पूर्व में स्वीकृत योजनाओं को पूरा करवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्य लगभग ठप पड़े हैं और ठेकेदारों की करीब 500 करोड़ रुपये की भुगतान राशि अब तक लंबित है। इसके अलावा प्रदेश की कोषागार भी अधिकांश समय बंद रहने के कारण विकास कार्यों में बाधा बनी हुई है।
रवि मेहता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि विक्रमादित्य सिंह को जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। वह केवल फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर खुद को बड़ा विकासकर्ता साबित करने की कोशिश में लगे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रीजी ने आज तक शिमला ग्रामीण से एक भी व्यक्ति को अपने निजी स्टाफ में नहीं लिया, जिससे स्थानीय लोगों की समस्याएं सीधे मंत्री तक पहुंच सकें।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन सड़कों और पुलों की तस्वीरें मंत्री सोशल मीडिया पर साझा करते हैं, वे अधिकतर पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत की गई परियोजनाएं हैं या फिर केंद्र सरकार की मदद से चल रही योजनाएं हैं। विक्रमादित्य सिंह केवल इनका झूठा श्रेय ले रहे हैं।
रवि मेहता ने कहा कि मंत्रीजी की स्थिति अपनी ही सरकार में हास्यास्पद हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ उनके संबंधों में आई दूरी अब सार्वजनिक रूप से दिख रही है। उन्होंने तंज कसा कि विक्रमादित्य सिंह अब केवल “सोशल मीडिया के मंत्री” बनकर रह गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम के सहारे राजनीति करने के आरोप लगाते हुए रवि मेहता ने कहा कि अब जनता सब समझ चुकी है। शिमला ग्रामीण की जनता ने मंत्रीजी को बहुत सम्मान दिया, लेकिन बदले में क्षेत्र को सिर्फ़ उपेक्षा मिली। उन्होंने कहा कि जनता अब सवाल पूछेगी — और 2027 के विधानसभा चुनाव में इसका जवाब ज़रूर देगी।