20 दिन बाद पाकिस्तान ने लौटाया बीएसएफ जवान, अटारी बॉर्डर पर किया गया भारत को सुपुर्द

पाकिस्तान की हिरासत में 20 दिन बिताने के बाद बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार शॉ को बुधवार को भारत को सुरक्षित रूप से सौंप दिया गया। शॉ ने पिछले महीने गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर ली थी, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया था।
बीएसएफ द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, “बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ, जो 23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में थे, को आज सुबह लगभग 10:30 बजे संयुक्त चेक पोस्ट अटारी, अमृतसर के माध्यम से भारत को सौंप दिया गया। यह प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से और तय प्रोटोकॉल के तहत पूरी की गई।”
182वीं बटालियन में तैनात शॉ पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में सीमा पर ड्यूटी पर थे। वे वर्दी में और अपनी सर्विस राइफल के साथ थे जब वे एक छायादार स्थान पर आराम के लिए जा रहे थे। इसी दौरान वे अनजाने में सीमा पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
इस घटना के बाद भारतीय सेना और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच फ्लैग मीटिंग का आयोजन हुआ, ताकि जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके। यह घटना 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक अगले दिन हुई थी। उस हमले में बैसरन घाटी में की गई गोलीबारी में 26 लोगों की मौत हुई थी।
इस बीच, जवान की पत्नी रजनी साहू ने अपने पति की रिहाई की अपील को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने की मांग की थी। उन्होंने आशा जताई थी कि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से प्रक्रिया में तेजी आएगी।
बीएसएफ जवान की सुरक्षित वापसी के साथ ही अब मामला शांतिपूर्वक निष्पन्न हो गया है।