भाजपा का स्थापना दिवस 6 अप्रैल को, रामनवमी के साथ मनाएगी विशेष कार्यक्रम: डॉ. राजीव बिंदल

शिमला, 1 अप्रैल: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने एक प्रेस बयान जारी कर बताया कि 6 अप्रैल को भाजपा का स्थापना दिवस है, जो इस वर्ष श्री रामनवमी के साथ संयोग से मनाया जाएगा। इस अवसर पर भाजपा हिमाचल प्रदेश के सभी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा, जिसके बाद पार्टी का ध्वज फहराया जाएगा। साथ ही, भाजपा के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्रों पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
डॉ. बिंदल ने कहा कि भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता अपने घरों पर भी परिवार के साथ मिलकर पार्टी का झंडा फहराएगा। इसके अलावा, 7 अप्रैल से 13 अप्रैल तक ‘बूथ चलो अभियान’ चलाया जाएगा, जिसमें प्रमुख कार्यकर्ता प्रत्येक बूथ पर जाकर जनसंपर्क अभियान करेंगे। 7 और 8 अप्रैल को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय सदस्यों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश भाजपा ने इस वर्ष 18 लाख साधारण सदस्य और 27,000 सक्रिय सदस्य बनाए हैं।
डॉ. बिंदल ने बताया कि 13 अप्रैल की संध्या को प्रदेशभर में स्थापित बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं की सफाई कर दीप प्रज्वलित किए जाएंगे। 14 अप्रैल को उनकी जयंती के अवसर पर प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे। 14 से 25 अप्रैल तक भाजपा के प्रत्येक मंडल स्तर पर बाबा साहब की जयंती मनाई जाएगी।
भाजपा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए डॉ. बिंदल ने बताया कि पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई थी और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी इसके पहले अध्यक्ष बने थे। उन्होंने कहा कि भाजपा जनसंघ के समय से ही राष्ट्रवाद, अंत्योदय, सर्वांगीण विकास और भारतीय संस्कृति पर आधारित राष्ट्र निर्माण की विचारधारा के साथ काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा “राष्ट्र प्रथम” की भावना के साथ आगे बढ़ती रही है, जिससे यह परिवारवाद की राजनीति से अलग एक राष्ट्रवादी पार्टी बनी है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कभी पूरे देश पर शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी आज लोकसभा में सिमट गई है और मात्र तीन राज्यों में उसकी सरकारें बची हैं। उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद, तुष्टीकरण और अवसरवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की जनता ने उसकी राष्ट्रविरोधी नीतियों को नकार दिया है।