हुतामाकी इंडिया लिमिटेड, झाड़माजरी में कर्मचारियों की हड़ताल

बददी, 27 मई : औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी स्थित मल्टीनेशनल कंपनी हुतामाकी इंडिया लिमिटेड में मंगलवार को कर्मचारियों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। कंपनी प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के शोषण और जबरन किए जा रहे ट्रांसफर के खिलाफ नाराजगी जताते हुए उन्होंने फैक्ट्री के गेट पर धरना देते हुए उत्पादन कार्य पूरी तरह ठप कर दिया।
तनाव उस समय बढ़ गया जब कंपनी के कर्मचारी संघ के पदाधिकारी श्री सिंह, जो कि चंबा निवासी हैं, को उद्योग में प्रवेश से रोक दिया गया और महाराष्ट्र में ड्यूटी जॉइन करने का आदेश थमा दिया गया। इस घटना के बाद कर्मचारियों में भारी आक्रोश फैल गया।
कर्मचारियों के आरोप:
कई कर्मचारियों को बिना सहमति महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में ट्रांसफर किया जा रहा है। वर्षों से ऑन रोल काम कर रहे कर्मचारियों को अचानक कांट्रेक्ट पर डालकर उनका वेतन घटाया जा रहा है। बिना पूर्व सूचना के नोटिस दिए जा रहे हैं और जबरन ट्रांसफर कर उन्हें कंपनी से बाहर किया जा रहा है। फुल एंड फाइनल सेटलमेंट किए बिना ट्रांसफर आदेश जारी किए जा रहे हैं, जो श्रम कानूनों का उल्लंघन है। कर्मियों ने यह भी बताया कि जो कर्मचारी 58 वर्ष की उम्र तक काम करने के हकदार हैं, उन्हें फुल एंड फाइनल भुगतान किए बिना हटाया जा रहा है। इससे कर्मचारियों में असंतोष और तनाव का माहौल बना हुआ है।
यूनियन और नेताओं का समर्थन :
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजू भारद्वाज ने कहा कि संगठन मजदूरों के साथ खड़ा है और यह मामला जल्द ही श्रम न्यायालय में उठाया जाएगा। उन्होंने कंपनी प्रबंधन की तानाशाही को बर्दाश्त न करने की चेतावनी दी। वहीं, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मेला राम चंदेल ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में श्रमिकों के शोषण के खिलाफ सभी उद्योगों के कर्मियों को एकजुट कर आंदोलन चलाया जाएगा। इस आंदोलन में शामिल श्री सिंह ने बताया कि वे चंबा से हैं और उन्हें महाराष्ट्र भेजने की कोशिश की जा रही है। इसी तरह, मुकेश कुमार, जो पिछले छह साल से कंपनी में काम कर रहे हैं, को अब कांट्रेक्ट पर डाल दिया गया है। फिलहाल कंपनी के लगभग 70 कर्मचारी धरने पर बैठे हैं और उन्होंने श्रम कार्यालय, बद्दी को इस बारे में शिकायत भी भेज दी है।