अखनूर सेक्टर में एलओसी पर मुठभेड़: सेना के JCO शहीद, घुसपैठ की कोशिश नाकाम

जम्मू, 12 अप्रैल 2025:
जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर शुक्रवार देर रात आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) शहीद हो गए। हालांकि, सेना ने सतर्कता बरतते हुए आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया।
सेना के अधिकारियों के अनुसार, केरी भट्टल क्षेत्र में अग्रिम वन क्षेत्र के एक नाले के पास आतंकियों के एक समूह की गतिविधि देखी गई थी। जवानों ने तुरंत उन्हें ललकारा, जिसके बाद भारी गोलीबारी शुरू हो गई जो देर रात तक चलती रही। इस मुठभेड़ में एक JCO गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन
अधिकारियों ने बताया कि यह मुठभेड़ ऐसे समय पर हुई जब पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए एलओसी पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की। संदेह है कि यह गोलीबारी भारतीय सीमा में आतंकियों की घुसपैठ के लिए कवर फायर देने के मकसद से की गई थी।
सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है और सघन तलाशी अभियान जारी है। अतिरिक्त सुरक्षाबल भी मौके पर तैनात किए गए हैं।
पिछली घटनाओं की पृष्ठभूमि में बढ़ा तनाव
उल्लेखनीय है कि इसी क्षेत्र में 11 फरवरी को आतंकियों द्वारा किए गए एक विस्फोट में एक कैप्टन सहित दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। इस ताज़ा घटना ने एक बार फिर सीमा पर बढ़ते खतरे को उजागर किया है। यह मुठभेड़ भारत-पाकिस्तान के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की हालिया फ्लैग मीटिंग के दो दिन बाद हुई है, जिसमें सीमा प्रबंधन और संघर्ष विराम उल्लंघन पर चर्चा हुई थी।
भारतीय सेना ने सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ और संघर्ष विराम उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान के समकक्षों के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
घटना के बाद जम्मू क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने इस संवेदनशील क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और चौकसी बढ़ा दी है, ताकि किसी भी भविष्य की घुसपैठ या हमले को रोका जा सके।
शहीद JCO को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सेना ने दोहराया है कि देश की रक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और हर कीमत पर शांति भंग करने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा।