शराब नीति पर सरकार का दावा फिर बेनकाब: जयराम ठाकुर

शिमला, 31 मार्च: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि सुक्खू सरकार का राजस्व वृद्धि का दावा तीसरे साल भी झूठा साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि शराब ठेकों की नीलामी में कई यूनिटों के लिए कोई खरीदार नहीं मिल रहा, जिससे स्पष्ट होता है कि सरकार की नीतियों में खामियां हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने गत वर्ष नई शराब नीति के जरिए 40% अधिक राजस्व जुटाने का दावा किया था, लेकिन हकीकत यह है कि राजस्व में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में खड़े होकर आबकारी से 40% अधिक आय का दावा किया था, लेकिन सरकारी आंकड़ों के अनुसार, तीन तिमाहियों में महज 5% की वृद्धि दर्ज की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में शराब माफिया हावी है, जिसके कारण शराब ठेकों की नीलामी से राजस्व में अपेक्षित वृद्धि नहीं हो रही। जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में कोविड जैसी महामारी के बावजूद आबकारी से मिलने वाला राजस्व घटने नहीं दिया गया था।
शराब ठेकों की नीलामी में कमजोर प्रतिक्रिया
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीलामी के अंतिम दिन भी कई यूनिट बिक नहीं पाए, जिससे सरकार को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है। हालात यह हो गए कि कई जगह रिजर्व प्राइस पर ही ठेके देने पड़े। कुछ जिलों में तो रिजर्व प्राइस से भी कम दर पर बोली लगाई गई, जिससे सरकार को भारी राजस्व घाटा हुआ है।
उन्होंने कहा कि शिमला, कांगड़ा और मंडी में छुट्टी के दिन भी नीलामी जारी रही, लेकिन फिर भी कई यूनिटों के लिए कोई खरीदार सामने नहीं आया। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार को झूठे दावों से बाज आना चाहिए और जनता को गुमराह करना बंद करना चाहिए।