हिमानी नरवाल हत्याकांड: क्या हत्या पहले से तय थी? पुलिस जांच में नए खुलासे

रोहतक: हरियाणा के रोहतक में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में पुलिस की जांच लगातार नए खुलासे कर रही है। इस हत्याकांड ने राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। पुलिस का दावा है कि उन्होंने इस मामले को पूरी तरह सुलझा लिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तार आरोपी ने किया चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस ने इस मामले में सचिन नामक युवक को गिरफ्तार किया है, जिसकी झज्जर में मोबाइल की दुकान है। सचिन ने स्वीकार किया कि वह करीब डेढ़ साल से सोशल मीडिया के माध्यम से हिमानी के संपर्क में था और पिछले कुछ महीनों से वह अक्सर उसके घर आता-जाता था।
एडीजीपी कृष्ण कुमार राव के मुताबिक, 27 फरवरी की रात 9 बजे सचिन हिमानी के घर आया और रातभर वहीं रुका। अगले दिन दोनों के बीच किसी अज्ञात कारण को लेकर बहस हो गई, जिसके बाद सचिन ने हिमानी के हाथ उसके दुपट्टे से बांध दिए और मोबाइल चार्जर की मदद से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या के बाद शव को छिपाने की कोशिश
हत्या के बाद, आरोपी ने हिमानी के मोबाइल, लैपटॉप और गहने चुरा लिए और उन्हें अपनी दुकान पर छिपा दिया। इसके बाद वह वापस आया और शव को एक सूटकेस में बंद कर ऑटो-रिक्शा में ले गया। पुलिस के मुताबिक, वह सूटकेस को सांपला बस स्टैंड के पास फेंककर फरार हो गया।
सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को सूटकेस घसीटते हुए देखा गया, जिससे पुलिस को अहम सुराग मिले। हिमानी का शव 1 मार्च को बस स्टैंड के पास सूटकेस में बरामद हुआ।
परिवार ने मांगी कड़ी सजा, मां ने उठाए सवाल
हिमानी नरवाल के परिजनों ने सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया। पहले वे न्याय की मांग कर रहे थे और अंतिम संस्कार से इनकार कर रहे थे, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
पीड़िता की मां, सविता नरवाल, ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा,
“मेरी बेटी की किसी से गहरी दोस्ती नहीं थी। मैं चाहती हूं कि प्रशासन बताए कि मेरी बेटी की हत्या क्यों की गई। अगर वह (सचिन) उसे मार सकता है, तो वह उसका दोस्त कैसे हो सकता है? मैं पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं और आरोपी के लिए मौत की सजा की मांग करती हूं।”