सरकार का कर्तव्य है जनकल्याणकारी योजनाएं चलाना, संसाधन लुटाना नहीं: जयराम ठाकुर

मंडी – सराज विधानसभा क्षेत्र के थाची में आयोजित जनसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई है, जिसका मुख्य उद्देश्य संस्थानों को बंद करना है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जिन संस्थानों को बंद नहीं कर सकती, उनका बजट रोक रही है और काम ठप कर रही है।
जयराम ठाकुर ने कहा, “सुक्खू सरकार की गारंटियां तो पहले ही गायब हो गई हैं, अब सरकार खुद ही गायब होने वाली है। जब भी उनसे गारंटियों की बात पूछी जाती है, तो वे जवाब देने के बजाय झूठ और फर्जी आरोपों का सहारा लेते हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में सरकार की नाकामियों की कहानियाँ साफ दिखाई दे रही हैं। जहां भी जाते हैं, वहां सरकार द्वारा बंद की गई योजनाओं और परेशान जनता का सामना होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार न केवल संस्थानों को बंद कर रही है, बल्कि स्कूल और अस्पताल भी बंद करने में खुशी महसूस कर रही है।
जनकल्याणकारी योजनाएं रेवड़ी नहीं, सरकार का कर्तव्य
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारी सरकार ने आयुष्मान भारत, सहारा, शगुन, उज्ज्वला, कन्यादान, बेटी है अनमोल, स्वावलंबन, जनमंच और सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसी योजनाएं लागू कीं। उन्होंने कहा, “इन योजनाओं के माध्यम से जनता को राहत पहुंचाना सरकार का कर्तव्य है, इसे ‘रेवड़ी बांटना’ कहना गलत है। अगर जनता का जीवन ही सुरक्षित नहीं रहेगा, तो बाकी चीजों का क्या महत्व रह जाएगा?”
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश के 70 लाख लोगों के हित में योजनाएं बनाई थीं, न कि केवल अपने मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए।
चहेतों को एक्सटेंशन, कर्मचारियों का रेगुलराइजेशन नहीं
जयराम ठाकुर ने सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी सरकार ने अनुबंध कार्यकाल तीन साल से घटाकर दो साल किया था, लेकिन सुक्खू सरकार ने इसे फिर से तीन साल कर दिया।
उन्होंने कहा, “यह सरकार अपने चहेतों को सेवा विस्तार देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही, लेकिन नौकरी के लिए कड़ी मेहनत करने वाले युवाओं का नियमितीकरण नहीं कर रही।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार द्वारा कुछ अधिकारियों को सेवा विस्तार देने के फैसले को उच्च न्यायालय तक ने खारिज कर दिया, लेकिन कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति के मामले में सरकार सिर्फ बहाने बना रही है।
सरकार को सबक सिखाएगी जनता
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान हर साल 31 मार्च और 30 सितंबर को अनुबंध कर्मचारियों को नियमित किया जाता था, लेकिन सुक्खू सरकार ने 30 सितंबर को नियमितीकरण की प्रक्रिया बंद कर 31 मार्च तक सीमित कर दिया। इसके बावजूद अब तक कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि “व्यवस्था परिवर्तन का दावा करने वाली सरकार ने असल में व्यवस्था का पतन कर दिया है।”
इस मौके पर पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे। प्रवास के दौरान जयराम ठाकुर ने बालीचौकी और गुराण गांव का भी दौरा किया, जहां उन्होंने अंजना ठाकुर के निधन पर उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।