सुक्खू सरकार का हिंदू विरोधी चेहरा उजागर, धार्मिक यात्राओं पर शुल्क लगा रही है कांग्रेस सरकार” – जयराम ठाकुर

शिमला, 29 अप्रैल – हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य की सुक्खू सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि सरकार हिंदुओं की धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि चूड़धार यात्रा जैसे पवित्र धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं से शुल्क वसूली कर सरकार अपनी “हिंदू विरोधी मानसिकता” को उजागर कर रही है।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि, “मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू औरंगज़ेब की राह पर चल पड़े हैं, जो हिंदुओं की तीर्थ यात्रा पर कर लगाता था। अब हिमाचल की कांग्रेस सरकार भी श्रद्धालुओं से ‘चूड़धार यात्रा’ के नाम पर शुल्क वसूल रही है।”
उन्होंने कहा कि चूड़धार यात्रा करने वाले श्रद्धालु, खासकर शिरगुल महाराज में आस्था रखने वाले हिमाचल, उत्तराखंड और अन्य राज्यों के लोग, वर्षों से पारंपरिक रूप से दर्शन करने जाते रहे हैं। “यह केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि लोगों की आस्था, परंपरा और संस्कृति से जुड़ा विषय है,” ठाकुर ने कहा।
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने न सिर्फ श्रद्धालुओं, बल्कि उनके साथ चलने वाले घोड़ों और खच्चरों पर भी टैक्स लगा दिया है, जिससे स्थानीय लोगों की आजीविका पर असर पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से तुरंत इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर जनविरोधी निर्णय ले रही है। “अब तो सरकार नवजात शिशु के जन्म प्रमाण पत्र में नाम सुधारने के लिए भी पाँच गुना शुल्क वसूल रही है। यह सरकार ‘शुल्क की सरकार’ बन गई है।”
उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने चुनाव से पहले 10 गारंटियों का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही वे सब वादे भुला दिए गए। उन्होंने कहा कि, “प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को टैक्स वसूली और आस्था पर अंकुश लगाने के लिए नहीं, बल्कि विकास और रोजगार के लिए चुना था।”
नेता प्रतिपक्ष ने अंत में सरकार से आग्रह किया कि धार्मिक यात्राओं पर लगाए गए शुल्क को तुरंत वापस लिया जाए, अन्यथा भाजपा इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएगी।