सुक्खू सरकार का बजट ‘बंडल ऑफ कन्फ्यूजन’, हर वर्ग को मिली निराशा: जयराम ठाकुर

शिमला, 17 मार्च 2025: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 58,514 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। इस बजट पर विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बजट को ‘बंडल ऑफ कन्फ्यूजन’ करार देते हुए इसे हर वर्ग के लिए निराशाजनक बताया।
इतिहास की न्यूनतम वृद्धि: जयराम ठाकुर
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बार के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में केवल 0.12% की वृद्धि हुई है, जो हिमाचल के इतिहास में सबसे कम है। उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में ज्यादातर योजनाएं केंद्र सरकार द्वारा पोषित हैं, जबकि प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों पर ध्यान नहीं दिया।
‘बजट में कहने के लिए कुछ नहीं था, इसलिए लंबा भाषण दिया’
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास बजट में कहने और करने के लिए कुछ नहीं था, इसलिए उन्होंने 2 घंटे 55 मिनट लंबा भाषण दिया। जयराम ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बजट भाषण के दौरान असहज नजर आए और उनकी घोषणाएं वास्तविकता से परे थीं।
सरकार की गारंटी पर सवाल
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में अपनी सरकार की गारंटियों का जिक्र तक नहीं किया, जिससे यह साफ है कि सरकार अपनी ही घोषणाओं को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास को ठप कर दिया है और अब केंद्र सरकार की योजनाओं पर ही निर्भर है।
कर्ज को लेकर कांग्रेस पर निशाना
राज्य की वित्तीय स्थिति पर बोलते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने केवल 19,600 करोड़ रुपए का शुद्ध कर्ज लिया था, जबकि कांग्रेस सरकार के समय लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए 39,000 करोड़ रुपए खर्च किए गए। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कर्ज की बात कर रहे हैं, तो उन्हें अपनी सरकार के समय लिए गए कर्ज का भी जिक्र करना चाहिए।
“हिमाचल के विकास पर ताला लगा दिया”
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों को ठप कर दिया है और अब हिमाचल का विकास केवल केंद्र के सहारे ही संभव है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है, जिससे हर वर्ग को निराशा मिली है।